सामान्य प्रश्न

सामान्य प्रश्न

इस लेख में आपको श्रीसूक्तम् साधना से जुड़े सामान्य प्रश्नों के उत्तर मिलेंगे।

प्रश्न: यदि मैं अक्टूबर माह में साधना नहीं कर पाती/पाता, तो अगला अवसर या मुहूर्त कब है?

उत्तरः यदि आप किसी भी दिन साधना नहीं कर पाते हैं, तो आपकी श्रीसूक्तम् साधना खंडित हो जाएगी। ऐसी स्थिति में, आपको इस साधना को करने के लिए एक वर्ष तक प्रतीक्षा करनी पड़ेगी। सबसे विशेष बात यह है कि आप यह साधना ओम स्वामी के मार्गदर्शन में करेंगे, जो एक अद्वितीय अवसर है। इसके पश्चात, नवंबर माह से मासिक श्रीसूक्तम् साधना साधना ऐप पर उपलब्ध होगी। यह अमावस्या से आरंभ होकर पूर्णिमा पर समाप्त होती है।


2. प्रश्न: मैं श्रीसूक्तम् साधना करना चाहती हूँ, लेकिन मेरे बच्चे अभी बहुत छोटे हैं। मुझे डर है कि मैं पूरी साधना समय पर नियमित रूप से नहीं कर पाऊँगी। मैं कोशिश करूंगी कि हर दिन के मंत्र का कम से कम 11 या 27 बार जप करूँ। आशा है कि जैसे-जैसे मेरे बच्चे बड़े होंगे, मैं विस्तृत साधना को नियमित रूप से कर पाऊँगी।

उत्तरः यदि आप केवल 7 बार ही जप कर पाती हैं, तब भी इसे करें।  कुछ न करने की तुलना में, इतना करना कहीं बेहतर है। ध्यान रखें कि एक छोटी-सी बूँद का भी महासागर बनाने में अमूल्य योगदान होता है।


3. प्रश्न: इस साधना के दौरान क्या हमें श्री महालक्ष्मी का चित्र या श्री यंत्र रखना आवश्यक है?

उत्तर: यदि आप चाहें तो रख सकते हैं।

 

4. प्रश्न: 6–7 घंटे की साधना करते समय, यदि 16 दिनों में से किसी भी दिन शौचालय जाने के लिए उठना पड़े, तो क्या साधना प्रभावित हो जाएगी?

उत्तर: आपकी साधना बिल्कुल भी प्रभावित नहीं होगी। बस, शुद्धीकरण विधि करें और वहीं से पुनः आरंभ करें जहाँ आपने साधना छोड़ी थी। यदि आप जप के बीच में किसी माला को रोकते हैं, तो उस माला को पुनः करना होगा। उदाहरण के लिए, आपने माला का उपयोग कर 9 माला जप करने का संकल्प लिया और तीन माला पूर्ण होने पर उठते हैं, तो लौटकर चौथी माला से जप शुरू करें। लेकिन यदि आप 3 माला के बीच में रोकते हैं, तो लौटकर तीसरी माला की शुरुआत से ही जप पुनः शुरू करना होगा। 

 

प्रश्न: क्या श्रीसूक्तम् साधना मुझे इस जीवन-चक्र से मुक्ति दिला सकती है? मैं मुक्ति, स्वतंत्रता और मोक्ष की खोज में हूँ।

उत्तर: देवी माँ की कृपा से कुछ भी असंभव नहीं है। शेष तो आप ही जानते हैं कि आपका ब्रह्मांडीय ऊर्जा से संबंध कितना गहरा है।

 

प्रश्न: क्या मैं अपने परिवार और मित्रों को बता सकता हूँ कि मैं यह साधना कर रहा हूँ? मैंने सुना है कि साधना को दूसरों के साथ साझा नहीं करना चाहिए।

उत्तर: यदि यह आपकी किसी तरह से सहायता करता है, तो आप उन्हें बता सकते हैं।

 

प्रश्न: रात्रि में लंबा जप करने के बाद, क्या मुझे स्नान करके प्रातःकालीन यज्ञ करना चाहिए, या मैं बिना स्नान किए सीधे यज्ञ कर सकता/सकती हूँ?

उत्तर: यदि आपने जप पूरा करने के बाद थोड़ी झपकी ली हो या सोए हों, तो आदर्श रूप से यज्ञ शुरू करने से पहले स्नान कर लेना चाहिए। यदि जप पूरी रात चला हो और आप सीधे यज्ञ करने जा रहे हों, तो स्नान की आवश्यकता नहीं है।

 

प्रश्न: रात्रि जप के लिए, क्या हमें प्रथम रात्रि 20 अक्टूबर (प्रथम यज्ञ से पहले) माननी चाहिए या 21 अक्टूबर?

उत्तर: प्रथम जप 20 अक्टूबर की रात्रि को होगा, तथा प्रथम यज्ञ 21 अक्टूबर को प्रातःकाल में किया जाएगा।

Written by: Team Sadhana App
हमारा मूल उद्देश्य सनातन धर्म के गहन ज्ञान और अनुपम सौंदर्य को समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुँचाना है। हमें सनातनी होने पर गर्व है, और इसकी शिक्षाओं तथा परंपराओं का प्रचार-प्रसार करना ही हमारी साधना है। हमारा प्रयास है कि वैदिक धर्म और शास्त्रों की गूढ़ शिक्षाएँ आमजन तक सरल, सहज और रोचक ढंग से प्रस्तुत की जाएँ, ताकि अधिकाधिक लोग इससे लाभान्वित होकर अपने जीवन में सनातन धर्म के मूल्यों को आत्मसात कर सकें।
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