
श्रीसूक्तम् साधना कौन कर सकता है?
“यदि आप मुझसे यह पूछें कि कौन-सी ऐसी साधना है, जिसे आप अपने दैनिक जीवन के साथ ही गहन अभ्यास के लिए भी अपना सकते हैं, तो बिना किसी संकोच के मैं कहूँगा—श्रीसूक्तम् साधना।”
(ओम स्वामी जी)
श्रीसूक्तम् साधना सामान्य लोगों में भौतिक उन्नति और दरिद्रता, रोग और असंतुलन को दूर करने के लिए लोकप्रिय है। इस साधना में देवी माँ का आवाहन हमारे आंतरिक और बाह्य जगत को आनंद और समृद्धि से परिपूर्ण करने के लिए किया जाता है। आध्यात्मिक स्तर पर, श्रीसूक्त साधना आंतरिक जागरण के लिए एक साधना है।
अत्यंत कठिन मानी जाने वाली इस साधना को केवल बहुत अनुभवी साधक ही करते हैं, जब उन्होंने अन्य प्रारंभिक साधनाओं के माध्यम से पर्याप्त अनुशासन और सहनशक्ति विकसित कर ली हो।
16 दिनों के श्रीसूक्तम् पूरुषचरण के योग्य बनने के लिए, एक साधक को 960 दिनों तक एक कठोर दैनिक दिनचर्या या नित्य कर्म का पालन करना पड़ता है। यह आवश्यक न्यूनतम तैयारी है। इसे, श्रीसूक्तम् के बीज को ग्रहण करने के लिए चेतना की भूमि तैयार करने का समय समझा जा सकता है। यद्यपि, जागृत गुरु, अपनी तपस्या के माध्यम से, साधना की प्रक्रिया को सरल कर सकते हैं और इसे सभी के लिए उपलब्ध करा सकते हैं।
कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कौन हैं या आप कहाँ हैं, अब आपके पास ओम स्वामी जी के मार्गदर्शन में पवित्र श्रीसूक्तम् साधना करने का अनूठा अवसर है, जो हिमालय के तपस्वी योगी हैं और वैदिक साधना का गहन अनुभव रखते हैं।
साधना ऐप पर श्रीसूक्तम् साधना के लिए आवश्यक बातेंः
- नौ वर्ष की आयु से ऊपर किसी भी लिंग, धर्म, योग्यता, या पृष्ठभूमि का व्यक्ति इस साधना को दीक्षा सहित या रहित कर सकता है।
- यदि आप दीक्षित नहीं हैं या किसी अन्य आध्यात्मिक गुरु/मार्गदर्शक का अनुसरण करते हैं, तो भी आपका इस साधना को करने के लिए स्वागत है।
- यदि आपकी नौकरी-पेशे में यात्रा-गमन रहता है, तो भी आप इस साधना को कर सकते हैं, बशर्ते कि आप सोलह दिनों तक अपनी सुबह और संध्या की दिनचर्या को ठीक से प्रबंधित कर लें।
- महिलाएँ मासिक धर्म के समय श्रीसूक्तम् साधना आरंभ और जारी रख सकती हैं।
- अधिक जानकारी के लिए साधना ऐप पर श्रीसूक्तम् मॉड्यूल को सब्सक्राइब करें।
आज ही साधना ऐप डाउनलोड करें और 20 अक्टूबर से 5 नवंबर 2025 तक श्रीसूक्तम् साधना में भाग लें। आप भक्तिमय वातावरण में जप कर सकते हैं और ओम स्वामी के मार्गदर्शन में यज्ञ कर सकते हैं। इस साधना का सच्चा संदेश है कि हम अपने द्वारा निर्मित दुःख को समाप्त करें और हमारे चारों ओर स्पष्ट रूप से विद्यमान लेकिन छिपी हुई समृद्धि और आनंद को पुनः प्राप्त करें, जिसे हम अक्सर देख नहीं पाते।

Comments
HAR HAR MAHADEV
Om namo Narayan Swami ji main yah Shri suktam Sadhna aapke sath aapke sanidhy mein rahakar karna chahta hun
Om namo Narayan Swami ji main yah Shri suktam Sadhna aapke sath aapke sanidhy mein rahakar karna chahta hun
Om namo Narayan Swami ji main yah Shri suktam Sadhna aapke sath aapke sanidhy mein rahakar karna chahta hun
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