
श्रीसूक्तम् साधना कैसे करें?
17 दिवसीय श्रीसूक्तम् साधना के दो भाग है:सांयकालीन जप और प्रातःकालीन यज्ञ।श्रीसूक्तम् में सोलह ऋचाएँ हैं। प्रथम दिन से पहली ऋचा आरंभ करते हुए, आप प्रत्येक संध्या एक ऋचा का जप करेंगे। अगली सुबह, उसी ऋचा के साथ यज्ञ करेंगे और माँ लक्ष्मी को आहुति अर्पित करेंगे।इस प्रकार सोलह ऋचाएँ 16 दिनों में पूर्ण होंगी।
सांयकालीन जप दिनचर्या सरल रूप में
साधारणत: यह सुझाव दिया जाता है कि हर श्रीसूक्तम् ऋचा का 1000 बार जप किया जाए, जिसमें ७–१० घंटे लग सकते हैं। इस महत्वाकांक्षी संख्या को पूर्ण करने के लिए अत्यधिक एकाग्रता और धैर्य की आवश्यकता होती है, जिसे समय के साथ विकसित किया जा सकता है।
लेकिन इस बात से निराश न हों! मंत्र साधना में सबसे महत्वपूर्ण तत्व भक्ति और श्रद्धा हैं। जब हम देवी माँ को प्रेम और भक्ति-भाव के साथ पुकारते हैं, तो वे अवश्य उत्तर देती हैं। प्रारंभ में, आपको एक छोटे लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए (108 बार जप या 2 से तीन माला)। एक माला में 108 मंत्र का जप किया जाता हैं, जिसमें लगभग 40-45 मिनट का समय लगता है। अपने जप को ध्यान और भक्ति के साथ करें, बिना गणना की चिंता किए।
स्वामी जी के मार्गदर्शन की जाने वाली श्रीसूक्तम् साधना में, आप देखेंगे कि मुख्य ऋचा के पहले और बाद में बीजाक्षर जोड़े गए हैं। बीजाक्षर संक्षिप्त मंत्र होते हैं। इनका उपयोग साधना को अधिक शक्तिशाली और प्रभावशाली बनाता है।
यद्यपि, सभी बीजाक्षरों को याद करना बहुत कठिन हो सकता है। आपको साधना ऐप पर इन्हें याद करने की आवश्यकता नहीं होगी। ऐप में विभिन्न जप विकल्प उपलब्ध हैं। माँ लक्ष्मी के मंदिर जाएँ, अपनी आँखें बंद करें, स्वामी जी की आवाज़ में ऋचा सुनें, और अपनी साधना में लीन हो जाएँ।
या
आप ऑडियो को म्यूट करके स्वयं स्क्रीन पर दिखाए गए मंत्र लिपि का उपयोग करके जप कर सकते हैं।
प्रातःकालीन यज्ञ दिनचर्या सरल रूप में
वास्तविक श्रीसूक्तम् साधना बहुत व्यापक है। मानक यज्ञ सामग्री के अतिरिक्त, प्रत्येक दिन के अर्पण के लिए विशेष सामग्री (शहद, किशमिश, सफेद तिल, आदि) होती है। इसी प्रकार, विनियोग (मंत्र का उपयोग) भी मंत्र के अनुसार बदलता है।
हालाँकि, ऐप में यज्ञ दिनचर्या अत्यंत सरल रूप में प्रस्तुत की गई है। जब आप ओम स्वामी जी के मार्गदर्शन में यज्ञ करेंगे, तो सामग्री, मंत्र या चरण को लेकर आपको चिंतित होने की आवश्यकता नहीं होगी। ऐप पर सामग्री पूर्णतः शुद्ध और चरण सुव्यवस्थित रूप में दिए गए हैं।

Comments
Bhakti ki shreshth shreni hai kya isase bhakton ka Kalyan ho jaega kya yah bhojan bahut hi mahatvpurn aur upyogi hai
Bhakti ki shreshth shreni hai kya isase bhakton ka Kalyan ho jaega kya yah bhojan bahut hi mahatvpurn aur upyogi hai
Bhakti ki shreshth shreni hai kya isase bhakton ka Kalyan ho jaega kya yah bhojan bahut hi mahatvpurn aur upyogi hai
मलाही साधना करायची आहे त्यासाठी काय काय करावे लागेल हे मला अगोदर पूर्वकल्पना दिली तर बरे होईल
Namaskaram
It is mentioned under “how to perform ShriSuktam Sadhana” that it is available in App. But I don’t see it. And as per my knowledge, it’s only available during Deepawali. Then why is it mentioned that it is available in App. Please clarify.
Thanks you
Namaskaram
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