एक वर्ष में कुल चार नवरात्रि आती हैं: शारदीय नवरात्रि, चैत्र नवरात्रि और दो गुप्त नवरात्रि। साधना की दृष्टि से गुप्त नवरात्रि अत्यधिक महत्वपूर्ण होती है। माँ हमारे अस्तित्व का आधार हैं, जो हमें आंतरिक ऊर्जा और प्रेरणा प्रदान करती हैं। परम आनंद की प्राप्ति तब होती है, जब हम यह समझ लेते हैं कि हमारा सबसे गहरा संबंध माँ के दिव्य स्वरूप से है। जो लोग आंतरिक शांति और आध्यात्मिक प्रगति की खोज में हैं, उनके लिए यह समय माँ दुर्गा के साथ गहन संबंध स्थापित करने का एक अद्भुत अवसर है। नव दुर्गा साधना के माध्यम से हम माँ दुर्गा की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और उनके साथ एक गहन और आध्यात्मिक संबंध स्थापित कर सकते हैं।
🦁 नवदुर्गा साधना कैसे करें? 🦁
- नवदुर्गा साधना मुख्यतः दो भागों में विभाजित है : संध्याकालीन जप और अगली सुबह यज्ञ।
- नवदुर्गा पूजा में प्रत्येक दिन मंत्रों का जप होता है। हर दिन की देवी माँ के स्वरूप के अनुसार उनके विशेष मंत्रों के साथ नवार्ण मंत्र का जप किया जाता है।
- -देवी माँ विशिष्ट स्वरूप के अनुसार हर दिन मंत्र और यज्ञ सामग्री में बदलाव होता है। आपको इसे लेकर चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि साधना ऐप आपको उचित मार्गदर्शन प्रदान करेगा।
🦁 कैसे शुरू करें? 🦁
- सभी विवरण जानने के लिए 30 जनवरी '25 को शेर के आइकन पर क्लिक करें।
- दिए गए दिन-वार निर्देशों का पालन करें।
- अपनी साधना शुरू करने के लिए 30 जनवरी की शाम को जप करें।
- हर शाम जप और हर सुबह यज्ञ करें।
🦁 साधना के नियम 🦁
- प्रत्येक देवी का आवाहन उनके मंत्र द्वारा एवं विशेष सामग्रियों द्वारा यज्ञ करके किया जाता है।
- यदि कारणवश आप किसी दिन यज्ञ करने में असमर्थ हों, तो उसके स्थान पर आप प्रातः जप को दोहराकर अपनी साधना जारी रखें।
- इस साधना को करने के लिए दीक्षा, अनुमति या दिव्य हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है।
- 12 वर्ष या अधिक आयु की हर स्त्री या पुरुष इसे कर सकता है।=
- महिलाओं के लिए मासिक धर्म में भी इस साधना को करने में कोई आपत्ति नहीं है।
- शाकाहारी भोजन की अनुशंसा की जाती है लेकिन यह अनिवार्य नहीं है।
- साधना के अंतराल में ब्रह्मचर्य का पालन किया जाता है, लेकिन यह अनिवार्य नहीं है।
- साधना के समय लाल वस्त्र पहनना सर्वोत्तम है।
- अपने विचारों, शब्दों और कार्यों में सात्विक रहने से आपकी साधना को बल मिलेगा।
- वैदिक परंपरा के अनुरूप, प्रतिदिन एक छोटी मौद्रिक भेंट या दक्षिणा देने की सलाह दी जाती है।