क्या ऐप पर श्रीसूक्तम् साधना करने का प्रभाव होगा?

क्या ऐप पर श्रीसूक्तम् साधना करने का प्रभाव होगा?

श्रीसूक्तम् एक कठिन साधना है, जिसे अनुभवी साधक ही तब प्रयास करते हैं जब वे अन्य साधनाओं को करके अनुशासन और सहनशक्ति विकसित कर चुके होते हैं। पारंपरिक मार्ग के अनुसार, किसी को श्रीसूक्तम् साधना के पूर्ण 16 दिनों का अनुष्ठान करने से पहले 960 दिनों तक एक कठोर नित्य कर्म (दैनिक दिनचर्या) का पालन करना पड़ता है।


ये 960 दिन पूरी तैयारी का समय होते हैं। जैसे किसान भूमि को हल चला कर तैयार करता है ताकि मिट्टी को ढीला और वायुरहित किया जा सके, साधक भी श्रीसूक्तम् साधना की तैयारी में लगभग तीन साल लगाते हैं।


लेकिन क्या होगा अगर एक विशेषज्ञ आपको ऐसी भूमि पर बीज बोने के लिए आमंत्रित करें जो पहले से ही पूर्णतः तैयार हो?  श्रीसूक्तम् साधना को एक जागृत गुरु के साथ करना ऐसा ही है। अपने विशाल अनुभव और तपस्या के साथ, एक प्रबुद्ध गुरु साधना प्रक्रिया को सरल बना सकते हैं और इसे साधकों के लिए अधिक प्रभावी बना सकते हैं।


यहाँ साधना ऐप पर ओम स्वामी के मार्गदर्शन में श्रीसूक्तम् साधना करने का सबसे बड़ा लाभ यही है। स्वामी जी ने अपने जीवन के तीन दशकों में व हिमालय में अनेकों साधनाएं की हैं और अनेकों मंत्रों को जागृत किया है। 


इस दीपावली पर उनके मार्गदर्शन में श्रीसूक्तम् साधना करना एक सुनहरा अवसर है, जिसमें आप एक तैयार भूमि में अपनी साधना की पौध को विकसित कर सकते हैं। अपनी मेहनत से, आप इस पौधे को एक बलवान वृक्ष में बदल सकते हैं।


17-दिन की साधना (1 नवंबर से 17 नवंबर) के अंतराल में, आप प्रत्येक सुबह ओम स्वामी के साथ श्रीसूक्तम् यज्ञ करेंगे। यज्ञ कार्यक्रम श्री बद्रिका आश्रम से लाइव सुबह 5:15 बजे IST (भारतीय मानक समय) पर प्रसारित होगा।


एक प्रबुद्ध गुरु के अमूल्य मार्गदर्शन के अतिरिक्त, साधना ऐप पर श्रीसूक्तम् साधना को करना भी अत्यंत सरल है। हमने प्राचीन अनुष्ठानों और साधनाओं को सरल बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग किया है। यदि आप साधना के मार्ग पर नए हैं, तो साधना ऐप आपको जटिल साधना क्रम को करने में मार्गदर्शन करता है और इस पथ पर आत्मनिर्भर बनाता है।


श्रीसूक्तम् साधना में, आप स्वामी जी की आवाज को सुनते-सुनते मंत्रों का जप कर सकते हैं। इसी तरह, आप स्वामी जी के मार्गदर्शन में दैनिक यज्ञ करेंगे, बिना भौतिक सामग्री और उचित क्रम की चिंता किए। 

 

साधना में एक अत्यंत महत्वपूर्ण भोग — आपकी श्रद्धा है। साधना की बारीकियों का ध्यान रखते हुए, साधना ऐप आपको अपने अभ्यास में पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करने की सुविधा देता है। मन से अर्पण करने का विचार प्राचीन ऋषियों द्वारा दिए गए सबसे गहन विचारों में से एक है।

 

ऋषियों ने अपनी तीव्र तपस्या के माध्यम से अनुभव किया कि अनुष्ठानों को आंतरिक रूप से आत्मसात करने से वे अपने इष्ट के साथ एक गहरा संबंध बना सकते हैं। तंत्र की एक सबसे कठिन साधना कण्ड मंड योग है, जिसमें एक साधक अपने अंगों को देवता को अर्पित करता है। हमने सुना है कि रावण ने अनेक  बार अपने सिर को भगवान ब्रह्मा को आशीर्वाद प्राप्त करने हेतु अर्पित किया था।

 

यह महत्वपूर्ण है कि यह अर्पण वास्तविक नहीं बल्कि मानसिक था।

 

संसार में बहुत सारे विकर्षण होते हैं। हमारा मन शीघ्र ही उन पर आकर्षित हो जाता है। हम केवल भीतर झाँककर ही आध्यात्मिक रूप से आगे बढ़ते हैं। जब आप साधना ऐप पर श्रीसूक्तम् साधना करते हैं, तो आप पूरी तरह से अपने अभ्यास पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं (हम बाकी सब ध्यान रखते हैं) और प्रबुद्ध गुरु के मार्गदर्शन से लाभ प्राप्त कर सकते हैं, जो इसे किसी बाह्य साधना की तुलना में बहुत अधिक प्रभावी बनाता है।

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